आँखों पे जब से पड़ गयी नज़रें फरेब की
आंसू हमारे और भी नमकीन हो गए
तुमने हमारे दर्द की लज्ज़त नहीं चखी
जिसने चखी वो दर्द के शौक़ीन हो गए
आंसू हमारे और भी नमकीन हो गए
तुमने हमारे दर्द की लज्ज़त नहीं चखी
जिसने चखी वो दर्द के शौक़ीन हो गए
लम्हे तेरे प्यार के ......
2 comments:
bahut khoob ...........me to fan ho gaya apka Palak ji
वाह Plak जी सीधा दिल से लिखा।
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