Thursday, January 22, 2009

रेत पर लिखे अफसाने ...!!!!!



रेत पर लिखके मेरा नाम जब तुमने
अपने ही हाथों से मिटाया था
तब क्या कोई अस्क़ तुम्हारी आँखों में
थोडी देर भर आया था….
तब क्या इतना ना हुआ तुमसे की
कुछ देर ठहर जाओ वोहीं
और सागर की लहरों का इंतज़ार करो???
कुछ देर और युही मेरे नाम के हर्फ़ो से प्यार करो
कोई ना कोई लहर आके मिटा ही देती
नाम मेरा तुम्हारी निगाहों से हटा ही देती
या ये आँखों का समुन्दर भी यही कर जाता
नाम को मेरे तुम्हारी ही नज़र कर जाता ...!!

पलक **PG**

Monday, January 12, 2009

Sometimes....!!!


Sometimes I think I still can’t live without you.
A dull ache inside me
Realizes my yearning to be a part of your life.The years have come and gone.
I never hear your name.
I don’t even know anyone who knows you.Most of the time I believe I have changed I
Outgrown the ME who loved YOU.
Then,A song, a scene, a scent
Catches my heart off guard,And reminds me of you.Sometimes,
Even after all these years,I think I still can’t live without you...

I still Love u ...


.....Palak.... PG

Tuesday, January 6, 2009

बदलते रिश्ते ...

इक इक सांस के साथ,
वक़्त करवट बदलता रहता है..
कुछ नए रिश्तो के आगे,
एक पुराना रिश्ता रंग बदलता रहता है
वो जो दिल को अज़ीज़ हुआ करता था कभी,
अब रोज़ मेरे आगे चेहरे बदलता रहता है
यारी उतार के टांग दी उसने कपड़ो समेत
वो यारो के जज़्बात बदलता रहता है
उस रिश्ते की सूरत बूढी हो गई फिर भी
क्यों वो आईने बदलता रहता है!
यादें तो मिट ने से रही…
ज़माना बदलता रहता है
वो राजदार ही क्या होगा
जो हमराज़ बदलता रहता है
हाल - ऐ - बयाँ कर देती हूँ जिस से
दिल का माहोल बदलता रहता है
चाहती हूँ, खुद को बदल लू
जैसे हर शख्स बदलता रहता है
में गम नहीं करती किसी बात पर
मेरा तो गम बदलता रहता है
PG