Thursday, May 13, 2010

तुज से बिछड़ के....




याद है आखिरी बार

जब मैं तुमसे लिपट के

जी भर के रोई थी

की मुझे छोड़ के मत जाना

मैं जी नही पाऊँगी॥


और मेरे आंसू पोछतें हुए तुमने कहा था

की मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ
और आज के बाद कभी रोना मत

मैं तुम्हारी आंखों में आंसू

देख नही सकता ...

आज वो सब याद करती हूँ...

तो सोचती हूँ ....

कितना बदल गया सब कुछ

जो आंसू तुम्हे अच्छे नही लगते थे

वही छोड़ गए तुम
मेरी आंखों में

और ......तुमसे बड़ी तो बेवफा मैं निकली

की आज तक जिंदा हूँ

"तुमसे बिछड़ के मैं "... PG

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