लिखना फिर से शुरू करना ऐसा है जैसे कोई पिंजड़े से किसी बेबस पंछी का आज़ादी की उड़ान की तरफ पहला पंख फैलाना... आज मैं भी इतने सालो बाद फिर इस आगंन मैं अपनी शब्दो के साथ शुरू करना चाहती हूँ।
2 comments:
Anonymous
said...
Congratulations for taking that step... looking forward to it.
2 comments:
Congratulations for taking that step... looking forward to it.
~Pearl...
मर्मस्पर्शी पंक्तियाँ बहुत दिनो के बाद आपको लिखते देखकर खुशी हुई।
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