Sunday, December 27, 2020


तुझको लेकर मेरा ख्याल नहीं बदलेगा,
साल बदलेगा....
मगर दिल का हाल नहीं बदलेगा...!!!

Friday, July 31, 2020

                        एक शाम और ढल गयी, 

                एक दिन और जी लिया तेरे बग़ैर...!!!


Sunday, July 5, 2020

                कच्चे धागे की गाँठ लगाकर ही
             पक्के रिश्तों की मन्नतें माँगी जाती है...

Saturday, June 20, 2020

Happy father's day


पिता से माँगते रहे 
कभी उनकी माँग पूरी की
अपने काम याद दिलाते रहे 
कभी उनसे उनके काम पूछे 
हर समय उनका समय लिया
कभी उन्हें दुलार कर पूछा उनका समय कैसा है ..
रिश्तों को भूलने और ताने देने वालों 
इस बच्चे से पूछना पिता क्या होता है?

Happy father's day dad....

Sunday, June 14, 2020

बात बस इतनी सी है

बात बस इतनी सी है.. 

अपनों से बस इतना ही कहना है, "मैं तुम्हारे साथ हूं.. हमेशा.. हर कदम पर.. लड़ लेंगे, झगड़ लेंगे, रूठ कर एकदूसरे को मना भी लेंगे.. सुखी रोटी आधी आधी खाकर गुज़ारा भी होगा और तेरा हर ग़म तुझसे पहले मेरा ही होगा.. खुशी साथ में मनाकर दुगनी कर लेंगे और दुःख आधा-आधा बांट लेंगे.. मरने की कभी तू सोचना भी मत, अगर तू साथ ज़िंदा है तो एकबार मौत को भी हरा देंगे.."

बात बस इतनी सी है..

I am there for you.

Monday, June 1, 2020

पहले दिन नज़र मिली 
नज़रों का यूं असर हुआ..

दूजे दिन हाथ ने हाथ पकड़ा
जीवनभर का यूं साथ जुड़ा..

तीजे दिन उसके कंधे पर सिर झुकाया
कुछ यूं उसको करीब पाया..

चौथे दिन एकदूजे का झूठा खाना खाया
खाने में कुछ अलग यूं स्वाद आया..

पांचवें दिन आंखों से वो दूर हुआ
दिल का हर कौना चूर चूर हुआ..

छठवें दिन आंसू का कतरा बहाया
यादों में उसकी खुद को तन्हा पाया..

सातवें दिन एक संदेशा आया
ख़त में उसको भी तन्हा पाया..

आंठवें दिन कुछ बात बढ़ी
सर्दियों में भी लगी जैसे सावन की झड़ी..

नवमें दिन इंतज़ार बढ़ा
दिल पर यूं उसका सुरूर चढ़ा..

दसवें दिन दिल ने दस्तक दी
तबसे ज़िन्दगी उसके नाम की..

-Radio(YJ)

Friday, May 15, 2020

तेरे नाम का श्रृंगार करके 
सुहागन की लाल चुनरी ओढ़ के
हाथों में तेरा नाम छूपा के 
आयी हूँ मैं आज 
मेरे बाबुल का आँगन छोड़के|

Wednesday, May 13, 2020

एक बात बोलूं वह मिलेगी मुझे हर जगह मेरे किस्सो कहानियों में दिन में रात में ख्वाबों में मैस मे ड्यूटी में छुट्टियों में। सवेरे में ढलती शाम मे। वह सब जग ह मिलती है मुझे उसे ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ती। वह परछाई बनकर हमेशा मेरे साथ रहती है फिर भी जाने क्यों अधूरी सी लगती है जिंदगी खैर चांद कभी अपने दाग को तो नहीं छोड़ सकता सूर्य कभी अपनी तपन को तो नहीं छोड़ सकता ऐसे ही मैं भी जुदा होकर भी जुदा नहीं। वह मिलती है मुझे जिंदगी के हर मोड़ पर लेकिन उसे मालूम नहीं और मिलती रहेगी हमेशा ऐसे ही मेरी प्रेम कहानियों मेंअगर जिंदगी में तू नहीं तो जिंदगी जिंदगी तो नहीं है खैर तुम इन बातों को कहां समझती हो तुम्हारे लिए तो आज भी यह सब  निरर्थक है। क्योंकि तुमने तो अपने रास्ते ही बदल लिए है।। तुम्हारे नाम से ढूंढता हूं हजारों प्रोफाइल शायद कहीं तुम मिल जाओ तुम तक पहुंच जाऊं मैं किसी तरह ताकि तुम देख सको के प्रेम कहानियां लिखने लगा हूं अब मैं ।।


Saturday, April 18, 2020

याद


कि सुनो तुम लौट आओ न ..
ये दिल तुम्हें बहुत याद करता है ...,

इंतजार बहुत लंबा हो चला ..
अब सब्र का बाँध ढ़हने लगा है ..., 

कि सुनो तुम लौट आओ न ..
ये दिल तुम्हें बहुत याद करता है ...,

अपना हर पल तेरे नाम करना चाहता हूँ..
कि तेरी मुस्कान को अपनी आदत बनाना चाहता हूँ ..., 

कि सुनो तुम लौट आओ न ..
ये दिल तुम्हें बहुत याद करता है ...,

जीवन नहीं कुछ पल ही दे देना ..
तुम इस घर को अपनी यादों से भर देना ...,

पर सुनो तुम लौट आओ न ..
ये दिल तुम्हें बहुत याद करता है .....

Saturday, February 15, 2020


तेरे रंग से है रंगी हर सुबह
फिर चाहे सूरज की लालिमा हो या आसमान का नीला ..मनभावन हरा हो या फ़िर कोई भी इंद्रधनुषी रंग...,
ज़िंदगी के कैनवास पर वास्तविक रंग तू बखूबी भरती है ।।

Saturday, February 8, 2020

जिन्हें आप प्यार करते हैं ..
उनसे हर मौके पर बताइए कि आप उन्हें चाहते हैं,
 और हमेशा याद रखिए कि जीवन की माप उन साँसों की संख्या से नहीं होती 
जो हम लेते और छोड़ते हैं बल्कि उन लम्हों से होती है जो हमारी सांस लेकर चले जाते हैं..!!