Wednesday, November 9, 2011

फिर लौट आई जिन्दगी ...!!!!

आज तुम्हारा ख़त मिला 
जिस में  तुम ने पूछा 
के अब हालत कैसे है 
मेरे दिन रात कैसे है 
क्या कहू ..
के न दिन है न अब ये रात 
पर हाँ 
इतने सालो बाद 
फिर वही आप का स्पर्श 
मुझे इस ख़त के साथ 
मिल गया 
फिर लौट आई जिन्दगी 


पलक 


4 comments:

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

बहुत कोमल से एहसास ..

S.N SHUKLA said...

बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति , बधाई.



कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें, आभारी होऊंगा .

Raj said...

Jaane kitne Dino ke Baad gali mein aaj chaand nikala....

Eisa hi kuchh ehsaash hai aapki rachna mein....bahut sundar!

संजय भास्‍कर said...

बहुत सुंदर !
...क्या लिखती हैं आप...आपकी रचनाएँ दिल को छू लेतीं हैं.....