Friday, June 19, 2009

प्यार...!!!



इश्क है तू
तू ही ज़िन्दगी
हासिल है तू
तू ही बंदगी
साँस रुक सी गई
वक्त थम सा गया
प्यार मैं तेरे मैं जान से गई
हिजर की रातों ने बहुत रुलाया
प्यार किया मैंने
तू समझा “दिल्लगी” थी मेरी ...!!!

पलक PG

4 comments:

Writer said...

When I feel like a Weeping Willow. You are eternal. You are woven into my soul forever.

ओम आर्य said...

प्यार भरी भाव.........सुन्दर

!!अक्षय-मन!! said...

pyar ki sundar paribhasha,..........
bahut sundar bhav.......

M VERMA said...

समर्पन और सादगी : बहुत अच्छी