लम्हे तेरे प्यार के ......
जज़्बात जितने भी हैं दिल में… मेरे ही जैसे हैं वोह बे-जुबान…जो तुम से मैं कह ना पाई … कहती हैं वोह मेरी खामोशियाँ ...
पलक PG
मेरी खामोशियाँ सुनो तो सही. कहने को उससे मेरा कोई वास्ता नही, ऐ दिल मगर वो शख्स मुझे भूलता नही । डरता हूँ आँख खोलूँ तो मंज़र बदल ना जाये, मैं जाग तो रहा हूँ मगर जागता नही
sundar bhav,........aapka ek sher hi sab kuch keh gaya......
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मेरी खामोशियाँ सुनो तो सही. कहने को उससे मेरा कोई वास्ता नही, ऐ दिल मगर वो शख्स मुझे भूलता नही । डरता हूँ आँख खोलूँ तो मंज़र बदल ना जाये, मैं जाग तो रहा हूँ मगर जागता नही
sundar bhav,........
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