लम्हे तेरे प्यार के ......
एक मुनासिब सा नाम रख दो तुम मेरा,
रोज़ ज़िन्दगी पूछती है रिश्ता तेरा-मेरा..!
कुछ रिश्ते बदनाम ही अच्छे थे, कुछ रिश्ते बेनाम ही अच्छे है,अगर समजो तो.....जो कृष्णा को राधा से था...मीरा को श्याम से था...इसको बेनामहि रखो तो अच्छा है,दुनिया जो भी नाम दे, समाज लो , वो भी अच्छा है ।
Beautiful as always.
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2 comments:
कुछ रिश्ते बदनाम ही अच्छे थे,
कुछ रिश्ते बेनाम ही अच्छे है,
अगर समजो तो.....
जो कृष्णा को राधा से था...
मीरा को श्याम से था...
इसको बेनामहि रखो तो अच्छा है,
दुनिया जो भी नाम दे, समाज लो , वो भी अच्छा है ।
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