Tuesday, November 10, 2009

दिल मेरा ले के जान मांगे है ,
वो मेरा इम्तहान मांगे है ,
घर की दीवारों ने उठाया सर ,
कान तो है पर जुबान मांगे है ,
अपनी आंखों मे आसमान भर के ,
मन का पंछी उडान मांगे है ,
जिन्दगी पर खफा ये दिल मेरा ,
जिन्दगी महेरबान मांगे है ,
चाँद तारें मैं उस को देती हु ,
वो मगर आसमान मांगे है ,
छीन ले जाएगा उसे कोई ,
उस को सारा जहाँ मांगे है ,
पलक PG

Monday, November 9, 2009

दुआ

यार बचपन का कोई पुराना मिले,
काश गुजरा हुआ वो जमाना मिले
वर्ना दिल के धड़कने का मतलब ही क्या ?
दिल मिला है तो दिल का लगना मिले
मेरी खामोशियों को तू सुन गौर से,
इन मैं मुमकिन है तेरा फ़साना मिले
जब बहाना ही बाकि बचा ना कोई
फ़िर नया कोई कैसे बहाना मिले ?
आरजू हसरते जिस को तडपाये ना,
ऐसा मस्ती भरा दिल दीवाना मिले
ज़ख्मी दिल फूल बन कर महकने लगे
तेरी यादों का मौसम सुहाना मिले
घर तेरा दूर से कब तलक देखे हम,
तेरे घर आने का कुछ बहाना मिल
जानती हु सयानो की बस्ती है ये
कोई तो एक इन बस्ती मैं दीवाना मिले
दुआ है रब से .... जो हमें जमाना मिला
अब किसी को ना ऐसा जमाना मिले ......
पलक

Wednesday, November 4, 2009

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प्यार इबादत है न रूहानी
एहसास और न ही अब खुदा है
बस मुफ्त में जिस्मानी
भूख मिटाने का महज इक सौदा है
कल तक हवश को मिटाने
जाते थे बदनाम बस्तियों में लोग
वो आज हमारी ही बस्तियों
में अब बे -तकल्लुफ मौजूद हैं ...!!!
Some Lines ...which i like the most .. palak **PG**