पल पल की वो ख्वाहिंशे ...
वो हर पल के जज़्बात ....,
लम्हों में सिमटती सारी ज़िंदगी ...
वो पल पल के तेरे अल्फाज़ ....,
स्वराजंलि में बहते वो नगमें ...
हर तमन्ना पूरी करते से लगते हैं ....,
संवेदना .. गहराइयों तक उतर जाती है ...
ज़िन्दगी की हकीकत से रूबरू करा जाती है .....
Monday, March 26, 2018
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