रेत पर लिखके मेरा नाम जब तुमने
अपने ही हाथों से मिटाया था
तब क्या कोई अस्क़ तुम्हारी आँखों में
थोडी देर भर आया था….
तब क्या इतना ना हुआ तुमसे की
कुछ देर ठहर जाओ वोहीं
और सागर की लहरों का इंतज़ार करो???
कुछ देर और युही मेरे नाम के हर्फ़ो से प्यार करो
कोई ना कोई लहर आके मिटा ही देती
नाम मेरा तुम्हारी निगाहों से हटा ही देती
या ये आँखों का समुन्दर भी यही कर जाता
नाम को मेरे तुम्हारी ही नज़र कर जाता ...!!
अपने ही हाथों से मिटाया था
तब क्या कोई अस्क़ तुम्हारी आँखों में
थोडी देर भर आया था….
तब क्या इतना ना हुआ तुमसे की
कुछ देर ठहर जाओ वोहीं
और सागर की लहरों का इंतज़ार करो???
कुछ देर और युही मेरे नाम के हर्फ़ो से प्यार करो
कोई ना कोई लहर आके मिटा ही देती
नाम मेरा तुम्हारी निगाहों से हटा ही देती
या ये आँखों का समुन्दर भी यही कर जाता
नाम को मेरे तुम्हारी ही नज़र कर जाता ...!!
पलक **PG**