अपनों से बस इतना ही कहना है, "मैं तुम्हारे साथ हूं.. हमेशा.. हर कदम पर.. लड़ लेंगे, झगड़ लेंगे, रूठ कर एकदूसरे को मना भी लेंगे.. सुखी रोटी आधी आधी खाकर गुज़ारा भी होगा और तेरा हर ग़म तुझसे पहले मेरा ही होगा.. खुशी साथ में मनाकर दुगनी कर लेंगे और दुःख आधा-आधा बांट लेंगे.. मरने की कभी तू सोचना भी मत, अगर तू साथ ज़िंदा है तो एकबार मौत को भी हरा देंगे.."